Rheumatoid Arthritis –
गठीया / आमवात
इसे आयुर्वेदमे आमवात ऐसा
नाम दिया गया है ।
इस आमवात शब्दमे दो शब्दोका मिलाफ है । आम = अधपचा अन्न, अधुरा पचा हुअ अन्न । वात = प्रकुपित वात दोष । आयुर्वेदके अनुसार जिसका अग्नि मंद है और जो नियमित व्यायाम नही करता ऐसा व्यक्ति अगर विरुध्दाहार लेता है या अतिस्निग्ध अन्नका सेवन कर तुरंत व्यायाम करता है उसे आमवात उत्पन्न होता है । किसी अपने दुश्मनकोभी न हो ऐसा इस आमवात का स्वरूप है । अग्नि मंद रहते हुएभी अगर कोई जिव्हालौलुप्यसे अगर पसंद है इस्लिये जादा खाना खाता है तो उसका वह अन्न हजम नही हो पाता और उस अन्न का स्वरूप आँवस्वरूप होता है जिसे आयुर्वेदमे आम ऐसा नाम है । ये आम प्रकुपित हुए वात दोषके द्वारा संपूर्ण शरीरमे घुमने लगता है । संधीयोंमे ये आम और बढ़ा हुआ वात जखडन पैदा करके बिच्छू काँटने जैसी पीडा, सुजन पैदा करता है । उस संधी की क्रियाँए सिमित हो जाती है । एक संधी से दुसरे संधीमे ये आम और वात घुमते रहते है । इसलिये कुछ काल एक संधी मे तक्लीफ फिर कुछ काल के बाद दुसरे संधीमे पीडा ये दौर शुरु हो जाता है । इससे रोगी अलग अलग संधीयोंमे तक्लीफ होने की शिकायत करता रहता है । जब बारीशका मौसम आता है तो आयुर्वेदके अनुसार इस कालमे अग्नि नैसर्गिक रूपसे मंद रहता है और वात दोषभी इसी कालमे प्रकुपित रहता है । इसलिये बादल छा जानेपर आमवातके रोगीको जादा तकलीफ होने लगती है । संधीयोंमे पीडा, सुजन इसके साथ कई औरभी लक्षण आमवातमे दिखते है । जैसेकी अरुचि, भूक न लगना, बुखार, अपचन ओन, शरीर भारी लगना, सुस्ती आना । एक संधी से दुसरे संधीमे तकलिफ संचारी रहना ये आमवातका मुख्य लक्षण है । आधुनिक वैद्यकशास्त्रके अनुसार इसे Rheumatoid Arthritis ऐस कहा जाता है । एक प्रकारके विषाणूकी वजहसे ये होता है । इसमे पहिले तीव्र बुखार आता है, फिर अंग दुखना, कंठदाह, पसीना आना, मुत्र का प्रमाण कम होना, बडे संधीयोंमे सुजन, तीव्र वेदना आदि दिखाए देते है । एक के बाद एक संधी व्याधीग्रस्त होता है । इस आमवातके उपद्रवस्वरूप हृद्रोग (Mitral Stenosis) ये विकार उत्पन्न होने के संभावना रहती है । |
Acne | Alopecia | Anaemia | Anorexia
| Arthritis
– simple | Asthma
| Common Cold
| Constipation
| Coryza |
Diaper
Rash | Dandruff
| Dhobies Itch
| Dhobies Rash
| Diarhhoea
| Dysentry
| Epilepsy
| Fever | Gout | Hemicrania | Herpes | Hyper Acidity |
Impotency |
Jaundice |
Kidney Stone
| Leukoderma |
Migrain | Mumps | Napkin Rash | Obesity | Psoriasis
| Renal
Calculus | Rhagades
| Rheumatoid
Arthritis | Sore
Buttocks | Sprue
|
Stomatitis |
Urinary Stone
| Urticaria
| Vertigo |
Vitiligo |
Worms